मैं अबरार खान आपका स्वागत करता हूं अपने इस ब्लॉग पर, आपको यहां बहुत ही खूबसूरत शायरियों का कलेक्शन मिलेगा। मैं आशा करता हूं आपको ये शायरियां पसंद आयेगी। अगर आपको मेरी शायरियां अच्छी लगती है तो कमेन्ट करके जरूर बताए धन्यवाद
1. हम तुमसे दूर कैसे रह पाते,
दिल से तुमको कैसे भूल पाते,
काश तुम आईने में बसे होते,
ख़ुद को देखते तो तुम नज़र आते।
2. तू हमसफ़र, तू हम डगर, तू हमराज नजर आता है,
मेरी अधूरी सी जिंदगी का ख्वाब नजर आता है,
कैसी उदास है जिंदगी तेरे बिन हर लम्हा,
मेरे हर लम्हे में तेरा अहसास नजर आता है।
3. आईना देखोगे तो मेरी याद आएगी,
साथ गुज़री वो मुलाकात याद आएगी,
पल भर के लिए वक़्त ठहर जाएगा,
जब आपको मेरी कोई बात याद आएगी।
4. क्या वजह होगी, अब फिर यहां लौट आने की,
इन नुक्कड़ों पे रुकने की इन गलियों के चक्कर लगाने की,
अब तो ना तू मेरी है, ना ही अब ये शहर मेरा,
ना इच्छा अब कुछ सुनने की और ना ही कुछ बताने
की।
5. याद ऐसा करो की कोई हद न हो,
भरोसा इतना करना की शक न हो,
इंतेज़ार इतना करो की कोई वक़्त न हो,
दोस्ती ऐसी करो की कभी नफरत न हो।
1. हम तुमसे दूर कैसे रह पाते,
दिल से तुमको कैसे भूल पाते,
काश तुम आईने में बसे होते,
ख़ुद को देखते तो तुम नज़र आते।
2. तू हमसफ़र, तू हम डगर, तू हमराज नजर आता है,
मेरी अधूरी सी जिंदगी का ख्वाब नजर आता है,
कैसी उदास है जिंदगी तेरे बिन हर लम्हा,
मेरे हर लम्हे में तेरा अहसास नजर आता है।
3. आईना देखोगे तो मेरी याद आएगी,
साथ गुज़री वो मुलाकात याद आएगी,
पल भर के लिए वक़्त ठहर जाएगा,
जब आपको मेरी कोई बात याद आएगी।
4. क्या वजह होगी, अब फिर यहां लौट आने की,
इन नुक्कड़ों पे रुकने की इन गलियों के चक्कर लगाने की,
अब तो ना तू मेरी है, ना ही अब ये शहर मेरा,
ना इच्छा अब कुछ सुनने की और ना ही कुछ बताने
की।
5. याद ऐसा करो की कोई हद न हो,
भरोसा इतना करना की शक न हो,
इंतेज़ार इतना करो की कोई वक़्त न हो,
दोस्ती ऐसी करो की कभी नफरत न हो।
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